दिल की बातें दिल से
- 47 Posts
- 1463 Comments
है आज भ्रष्टाचार, सवालों के घेरे में॥
चढ़ता हुआ बाज़ार सवालों के घेरे में॥
लाचार सी, मजबूर, परेशान है जनता,
अब आ गयी सरकार सवालों के घेरे में॥
है लूटता इस देश की दौलत कभी इज्ज़त,
नेता का कारोबार सवालों के घेरे में॥
किसने लगाई आग इशारों इशारों मे,
जलती दरो-दीवार सवालों के घेरे में॥
गुर्दा, जिगर, दिल और लहू बेचता है वो,
*चारागरी इस बार सवालों के घेरे में॥
डॉ॰ सूर्या बाली “सूरज”
*चिकित्सा , डाक्टरी
Read Comments